भोपाल, 02 दिसंबर 2025।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विभागीय समीक्षा संबंधी घोषणा पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने इस समीक्षा प्रक्रिया को “सिर्फ दिखावा” बताते हुए कहा कि सबसे बड़ी और सबसे विफल मानी जाने वाली जिम्मेदारी स्वयं मुख्यमंत्री के पास है, इसलिए उन्हें समीक्षा की शुरुआत अपने गृह विभाग से करनी चाहिए।
गृह विभाग—केंद्र सरकार की रिपोर्ट में “सबसे निकम्मा” बताया गया
श्री पटवारी ने कहा कि देश के गृह मंत्रालय ने भी अपने आधिकारिक आँकड़ों में माना था कि मध्यप्रदेश का गृह विभाग सबसे कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार तक उंगली उठा चुकी है, तो मुख्यमंत्री को इससे बड़ा सबूत और क्या चाहिए?
कृषि विभाग पर गंभीर आरोप—CAG रिपोर्ट, नकली बीज और EOW जांच
उन्होंने कृषि विभाग पर कई घोटालों के आरोप गिनाए—
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नकली बीज घोटाला
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बीमा कंपनियों की मिलीभगत
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परमिट का दुरुपयोग
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CAG की गंभीर टिप्पणियाँ
उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री कृषि मंत्री पर कोई कार्रवाई करेंगे?
स्कूल शिक्षा—50 लाख बच्चे गायब, बजट बढ़ा पर भ्रष्टाचार भी बढ़ा
श्री पटवारी ने कहा कि बीते वर्षों में 50 लाख बच्चों का स्कूल सिस्टम से गायब होना अपने आप में बड़ा सवाल है।
बजट 7 हजार करोड़ से 37 हजार करोड़ हुआ—लेकिन परिणाम शून्य!
परिवहन विभाग—टोल बंद करने का दावा झूठा
मुख्यमंत्री के टोल बंद होने के दावे को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी टोल पहले की तरह चालू हैं।
उन्होंने पूछा—क्या परिवहन मंत्री इस्तीफा देंगे?
ग्रामीण विकास, सहकारिता और उपार्जन—हर जगह भ्रष्टाचार
उपार्जन घोटाले से लेकर सहकारिता और पंचायत विभाग में भारी अनियमितताओं पर भी श्री पटवारी ने मुख्यमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए।
स्वास्थ्य विभाग—26 बच्चों की मौत, नकली दवाइयाँ और CAG की 500 पेज रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से
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26 बच्चों की मौत,
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नकली दवाओं का मुद्दा,
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और CAG की 500 पेज की रिपोर्ट
सरकार की गंभीर विफलताओं को उजागर करती है।
PWD—गिरते पुल और 40% कमीशन का खेल
श्री पटवारी ने कहा कि भ्रष्टाचार इतना बढ़ चुका है कि बनाए गए पुल 90 डिग्री तक झुक जाते हैं, सड़कें 100 मीटर तक धंस जाती हैं।
उन्होंने सवाल किया—क्या मुख्यमंत्री PWD मंत्री से इस्तीफा ले सकते हैं?
“यह 40% कमीशन की सरकार—अलीबाबा और चालीस चोर जैसा मॉडल”
श्री पटवारी ने कहा कि भाजपा का कोई भी विधायक यह नहीं कह सकता कि उसके क्षेत्र में एक भी सरकारी काम बिना रिश्वत के होता है।
उन्होंने सरकार को “40% कमीशन वाली सरकार” बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री “अलीबाबा” की तरह और मंत्री “चालीस चोर” की तरह काम कर रहे हैं।
कांग्रेस करेगी विभागों की सार्वजनिक समीक्षा
श्री पटवारी ने घोषणा की—
“अब कांग्रेस हर विभाग, हर मंत्री की सार्वजनिक समीक्षा करेगी और उनके विभागों का काला चिट्ठा जनता के सामने लाएगी।”
उन्होंने मंत्रियों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जो भी खुद को ईमानदार बताए, कांग्रेस उसका विभागीय हिसाब पेश करेगी।
“मुख्यमंत्री जी, जनता को नहीं—अपने मंत्रिमंडल को जवाब दें”
श्री पटवारी ने कहा कि दिखावटी समीक्षा नहीं, साहसिक कार्रवाई की जरूरत है।
“जनता सब देख रही है। अब बहानों का समय खत्म हो चुका है।”

