मंडीदीप नगर के आस पास दर्जनों को गौ शालाएं मगर गली मोहल्ले में गोवंश भोजन के लिए भटकने को है मजबूर
January 12, 2023
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औद्योगिक नगरी के आसपास दर्जनों गोशालये होने के बावजूद गोवंश रास्ते पर भटकने के लिए मजबूर ।।।। द्वापर युग में श्री कृष्ण कि प्रिय गोवंश आज दर-दर भटकने को है मजबूर कहते हैं गौमाता में हिंदू धर्म के सारे भगवान विराजमान है फिर आज गौ माता रास्ते पर गंदी पन्निया खाने को क्यों है मजबूर । इसी प्रकार भोलेनाथ के प्रिय नंदी भी नगर की गलियों में भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं पर्याप्त भोजन नहीं मिलने से गुस्से में नंदी बच्चे बुजुर्ग महिलाओं पर हमला कर देते हैं । इंसान भी कितना खुदगर्ज है पूजा करते समय तो पत्थर के नंदी महाराज को दूध अभिषेक करता हैऔर साक्षात नंदी महाराज जब उसके दरवाजे पर आता है तो उसे लाठी-डंडों से मार के भगाते हैं । सरकार भी लाखों करोड़ों रुपए गोवंशो के नाम पर खर्च करती है जगह जगह गौशालाओं को अनुदान देती है मगर लालची इंसान इन गोवंशो का हक मार कर अपना पेट भर लेता है । आपको बता दें कि मंडीदीप नगर के आस पास दर्जनों गौशाला हैं जहां सरकार द्वारा लाखों रुपए प्रति माह इसलिए दिए जाते हैं कि गोवंश रास्ते पर ना भटके और उनकी देखरेख गौ शालाओं में हो इसके लिए कर्मचारियों का वेतन भी निर्धारित है । मगर प्रशासन की अनदेखी के कारण सब उल्टा पुल्टा हो रहा है गौशालाये खाली है और उनके संचालक सरकार की आंख में धूल झोंक कर रबड़ी खा रहे हैं कब तक गौ सेवा के नाम पर यह लालची लोग गोवंशो का हक मारते रहेंगे । आज नगर की यह स्थिति है कि हर वार्ड में गोवंशो का झुंड भोजन की तलाश में भटक रहा है प्रशासन को भी आंख खोलना चाहिए और इन गोवंशो को गौ शालाओं तक पहुंचाना चाहिए ताकि इन्हें इनका हक मिले और भोजन पर्याप्त भी। साथ ही प्रशासन को नगर के लोगों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए औद्योगिक नगरी में दो लाख की आबादी है जहां सुबह से ही बच्चे स्कूल कोचिंग के लिए जाते हैं काम काजी महिलाएं फैक्ट्रियों में जाती हैं मगर एक डर के साथ कि कहीं रास्ते में किसी नंदी महाराज से सामना ना हो जाए यही हाल नगर के बुजुर्गों का है जिन्होंने अपने आप को गोवंश के डर से घर में कैद कर लिया है अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन कैसे इन गोवंशो की समस्या का समाधान ढूंढता है ।
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