भोपाल, 10 नवम्बर 2
025 — मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने राज्य की वर्तमान स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है। सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि “मध्यप्रदेश की धरातली सच्चाई बेहद दर्दनाक है,” और मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे “राजनीतिक भाषणों से बाहर निकलकर जनता की वास्तविक समस्याओं पर ध्यान दें।”
पटवारी ने विदिशा जिले की एक तस्वीर का ज़िक्र करते हुए कहा कि “जब एक मासूम बच्ची सड़कों की गंदगी में खाने को मजबूर दिखे, तो यह केवल एक तस्वीर नहीं, बल्कि व्यवस्था और शासन की विफलता का प्रतीक है।”
उन्होंने आगे कहा कि दो दिन पहले लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मिड डे मील की तस्वीरें दिखाईं, जिसमें बच्चों को कागज़ पर खाना परोसा जा रहा था — “यह कोई संयोग नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं की असलियत है।”
कांग्रेस नेता ने प्रदेश की स्थिति पर कई गंभीर सवाल उठाए —
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कुपोषण, मातृ मृत्यु दर और बाल मृत्यु दर में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे है।
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महिलाओं पर अत्याचार, बलात्कार, और लापता महिलाओं के मामलों में भी प्रदेश शीर्ष पर है।
पटवारी ने आरोप लगाया कि “गरीब भूखा है, किसान कर्ज़ में दबा है, युवा बेरोज़गारी से जूझ रहे हैं और महिलाएँ असुरक्षित हैं। सरकार केवल विज्ञापनों में विकास दिखा रही है।”
उन्होंने “लाड़ली बहना योजना” को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा — “मुख्यमंत्री ने हर माह ₹3000 देने का वादा किया था, लेकिन अब तक केवल ₹1250 ही दिए जा रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि “प्रदेश का वित्तीय हाल बदतर है, राजकोषीय घाटा बढ़ता जा रहा है और विकास ठप पड़ा है। सरकार का ध्यान जनकल्याण से ज़्यादा जनसंपर्क पर है।”
पटवारी ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे सत्ता के अहंकार से बाहर निकलकर गरीबों, माताओं, बहनों और युवाओं के हित में नीतियों को पुनर्गठित करें।
“हम राजनीतिक लाभ नहीं, जनहित की बात कर रहे हैं। अगर सरकार प्रदेश की बेटियों की सुरक्षा, पोषण और सम्मान की दिशा में ठोस कदम उठाती है, तो कांग्रेस हर संभव सहयोग देगी,” — जीतू पटवारी।
अंत में उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री जी, यह आत्ममंथन का समय है — मध्यप्रदेश की सच्चाई पर सोचिए, क्योंकि जनता सब देख रही है।”
📍**(रिपोर्ट: [आपका नाम], भोपाल)**

