मंडीदीप कारखानों का शहर है यहां पर सैकड़ों फैक्ट्रियां है ऐसे में कुछ लोगों ने चंदे को अपना धंधा बना रखा है यह लोग साल भर किसी ना किसी नाम पर इंडस्ट्रीज से चंदा वसूलते हैं । यह हमने कोरोना काल में भी देखा जब भूखे को रोटी खिलाने के नाम पर कंपनियों से यहां के छूट भैया नेताओं ने लाखों रुपए चंदा किया । नगर की श्री हिंदू उत्सव समिति साल में एक बार चंदा करती है जो साल भर के त्योहारों पर उस पैसे को खर्च करती है और हर इंडस्ट्रीज बाला खुशी खुशी चंदा देता है और जो जायज है । मगर जिन छूट भैया नेताओं ने चंदे को अपना धंधा बना रखा है वह किसी ना किसी बहाने साल भर इन इंडस्ट्री वालों को परेशान करते हैं यह कह कर कि अगर तुमने चंदा नहीं दिया तो हम तुम्हारी फैक्ट्री पर ताला लगवा देंगे । अब सवाल उठता है कि इन छूट भैया नेताओं पर की इनके ऊपर किसी बड़े नेता का हाथ तो नहीं है । कम्पनी बाले भी इन छूट भाइयों की शिकायत इसलिए नहीं करते हैं कि उनको यहां पर यूनिट चलाना है तो क्या प्रशासन को कोई ऐसा कदम उठाना नहीं चाहिए कि यह बार-बार के चंदे से हमारे यहां की कंपनी वालों को राहत मिले यही कारण है कि अब हमारे यहां नई कंपनियां आना बंद हो गई है । इन छूट भाइयों के कारण इनके नेता भी बदनाम हो रहे हैं और पार्टी भी।
औद्योगिक नगरी मंडीदीप में चंदा बना धंधा
March 11, 2023
0
मंडीदीप कारखानों का शहर है यहां पर सैकड़ों फैक्ट्रियां है ऐसे में कुछ लोगों ने चंदे को अपना धंधा बना रखा है यह लोग साल भर किसी ना किसी नाम पर इंडस्ट्रीज से चंदा वसूलते हैं । यह हमने कोरोना काल में भी देखा जब भूखे को रोटी खिलाने के नाम पर कंपनियों से यहां के छूट भैया नेताओं ने लाखों रुपए चंदा किया । नगर की श्री हिंदू उत्सव समिति साल में एक बार चंदा करती है जो साल भर के त्योहारों पर उस पैसे को खर्च करती है और हर इंडस्ट्रीज बाला खुशी खुशी चंदा देता है और जो जायज है । मगर जिन छूट भैया नेताओं ने चंदे को अपना धंधा बना रखा है वह किसी ना किसी बहाने साल भर इन इंडस्ट्री वालों को परेशान करते हैं यह कह कर कि अगर तुमने चंदा नहीं दिया तो हम तुम्हारी फैक्ट्री पर ताला लगवा देंगे । अब सवाल उठता है कि इन छूट भैया नेताओं पर की इनके ऊपर किसी बड़े नेता का हाथ तो नहीं है । कम्पनी बाले भी इन छूट भाइयों की शिकायत इसलिए नहीं करते हैं कि उनको यहां पर यूनिट चलाना है तो क्या प्रशासन को कोई ऐसा कदम उठाना नहीं चाहिए कि यह बार-बार के चंदे से हमारे यहां की कंपनी वालों को राहत मिले यही कारण है कि अब हमारे यहां नई कंपनियां आना बंद हो गई है । इन छूट भाइयों के कारण इनके नेता भी बदनाम हो रहे हैं और पार्टी भी।